MSP, बीजों की नई क़िस्म और सिंचाई की समस्या पर क्या बोले कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान?

देश भर में MSP गारंटी कानून को लेकर अलग-अलग जगहों पर किसानों के प्रदर्शन के बीच बिजनेस टुडे को दिए एक इंटरव्यू में देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने MSP पर खुल कर बात की. उन्होंने कहा कि किसानों को MSP देना बिल्कुल जरूरी है, इस में किसी को कोई शंका नहीं होनी चाहिए. आखिर किसान घाटे की खेती कैसे कर सकेगा? उन्होंने कहा कि किसानों के इसी हित के लिए केंद्र की एनडीए सरकार किसानों को फसल की लागत पर और पचास फीसदी जोड़ के MSP तय करती है.


उत्पादन बढ़ाने में तकनीक का सहारा लें किसान

शिवराज सिंह चौहान ने इस इंटरव्यू में किसानों को तकनीक के इस्तेमाल के लिए जोर दिया. उन्होंने कहा अगर हमारे किसान भाई अच्छे बीज के सहारे खेती करेंगे तो उनकी लागत भी घटेगी और इससे उनका मुनाफा बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि खेती में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल ही किसानों को फायदे के सबसे उच्चतम पायदान पर ले जा सकता है. उन्होंने कहा हाथ से खेत में खाद डाल रहे किसानों के सामने भी तमाम मुश्किलें आती है. खाद कहीं कम पड़ती है तो कहीं ज्यादा. हमने सोचा है कि इस काम के लिए ड्रोन का इस्तेमाल हो ताकि किसान की फसलों को एक बराबर पोषण मिले. आज किसान यूरिया हाथ से फेंकता है तो कहीं ज्यादा यूरिया गिरती है कहीं कम. लेकिन, अब हम इसके लिए ड्रोन का इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने कहा कि किसान आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेंगे तो लागत कम आएगी.
शिवराज ने अपने इंटरव्यू में एक सवाल के जवाब में कहा कि बदलते वक्त के साथ खेती का पैटर्न भी अब बदल चुका है. खेती में लगातार विविधता आ रही है. उन्होंने कहा कि हमने ये सुनिश्चित किया है कि खेती में आए इस डाइवर्सिफिकेशन का किसानों को लाभ हो, इसीलिए सरकार ने विविधीकरण के लिए एक प्रॉपर रोडमैप बनाया है और सरकार इसी रोडमैप से आगे बढ़ रही है.

नए किस्म के बीजों और सिंचाई पर

शिवराज ने कहा कि हम किसानों को सिंचाई में आ रही समस्याओं से वाकिफ हैं. देश भर में अभी भी सिंचाई के ऐसे बहुत सारे रकबे हैं जो बढ़ाए जा सकते हैं अभी भी कई नदियां हैं, जिनके पानी को ऐसी जगह इस्तेमाल किया जा सकता है जहां पानी नहीं है. इसके अलावा कृषि मंत्री ने बीज उत्पादन को लेकर अपनी रणनीति भी बताई. उन्होंने कहा कि बीज उत्पादन के लिए हमारे पास एक समर्पित संस्था है (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद). इसी संस्था के तहत देश भर के 5500 लैब्स में प्रयोग चल रहे हैं. शिवराज ने बताया कि उनकी सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए 109 नए किस्मों के बीज किसानों के लिए जारी किए हैं.

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