प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 32वें इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एग्रिकल्चरल इकोनॉमिस्ट्स के उद्घाटन समारोह में देश में मिलेट्स (बाजरा) को बढ़ावा दिये जाना पर कहा भारत मिलेट्स का दुनिया का सबसे बड़ा प्रोड्यूसर है, जिसे दुनिया सुपरफूड कहती है उसे हमने ‘श्री अन्न’ की पहचान दी। इसकी खेती मिनिमम वाटर और मैक्सिमम प्रोडक्शन के सिद्धांत पर होती है। उन्होंने कहा कि आज का समय है, जब भारत ग्लोबल फ़ूड सिक्योरिटी और ग्लोबल न्यूट्रीशन सिक्योरिटी के सॉल्यूशंस देने में जुटा है।
पीएम मोदी ने 32वें इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एग्रीकल्चरल इकोनॉमिस्ट्स के उद्घाटन समारोह में अपने भाषण में कहा कि भारत एक फ़ूड सरप्लस देश है और देश ग्लोबल फ़ूड सिक्योरिटी के समाधान पर काम कर रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय कृषि अर्थशास्त्री संघ की की तरफ से आयोजित किया जाने वाला यह सम्मेलन 2 अगस्त से लेकर 7 अगस्त 2024 तक आयोजित किया जाएगा। इस बार यह सम्मेलन खास इसलिए है क्योंकि 65 साल बाद भारत में इस तरह का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन में लगभग 75 देशों के लगभग 1,000 प्रतिनिधि भाग लेंगे।
इस वर्ष के सम्मेलन का विषय “स्थायी कृषि-खाद्य प्रणालियों की ओर परिवर्तन” है। इसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन ने निपटने के उपायों पर चर्चा करना है। इसके साथ ही प्राकृतिक संसाधनों जैसे पानी और जमीन के बढ़ते इस्तेमाल, खेती में अधिक उत्पादन हासिल करने के लिए बढ़ती हुई लागत और उत्पादन बढ़ाने के लिए संघर्ष जैसी वैश्विक चुनौतियों के मद्देनजर तत्काल टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देना है।
ये भी पढ़ें -उत्तर प्रदेश में बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए जारी हुए 150 करोड़ रुपए, तहसील से पता करें आपको मिलेगा या नहीं
Superfood मिलेट्स पर कहा
उन्होंने कहा कि पानी की कमी और जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ पोषण एक बड़ी चुनौती है लेकिन भारत के पास इसका समाधान है। भारत बाजरा का सबसे बड़ा उत्पादक है। जिसे दुनिया सुपरफूड कहती है, हमने इसे श्री अन्न नाम दिया है। जिसकी खेती का सिद्धांत न्यूनतम पानी और अधिकतम उत्पादन है। भारत का सुपरफूड ग्लोबल न्यूट्रिशन संबंधी चिंता का समाधान कर सकता है, भारत अपने सुपरफूड की टोकरी को दुनिया के साथ साझा करने को तैयार है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, भारत रसायन मुक्त प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रहा है।
खेती में डिजिटलाइज़ेशन
पीएम ने आगे कहा कि भारत में हम कृषि क्षेत्र में डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं।पीएम किसान सम्मान निधि के तहत, 10 करोड़ किसानों के बैंक खातों में केवल 30 सेकंड में एक क्लिक द्वारा धनराशि स्थानांतरित की जाती है। हम डिजिटल फसल सर्वेक्षण के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का विकास कर रहे हैं। हमारे किसानों को वास्तविक समय की जानकारी मिलेगी।
कृषि में विज्ञान और तर्क की प्राथमिकता
पीएम मोदी ने देश की संस्कृति और परंपरा पर बात करते हुए कहा कि भोजन और कृषि के बारे में हमारी परंपराएं और अनुभव हमारे देश की तरह ही प्राचीन हैं। भारत की कृषि परंपरा में विज्ञान और तर्क को प्राथमिकता दी जाती है। हमारे पास औषधीय प्रभाव वाले भोजन के सेवन का आयुर्वेदिक विज्ञान है। हमारे भारतीय समाज में लगभग 2000 साल पहले, ‘कृषि पाराशर’ नामक एक ग्रंथ लिखा गया था, जो मानव इतिहास के लिए एक विरासत है।
इथेनॉल मिश्रण पर पीएम मोदी ने कहा, ‘हम 20% इथेनॉल मिश्रण हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
आपको बता दें कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) एक ऑटोनोमस बॉडी है जो भारत में एग्रीकल्चरल एजुकेशन एंड रिसर्च का काम करती है।यह कृषि मंत्रालय के कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग को रिपोर्ट करता है। इसके अध्यक्ष के रूप में केंद्रीय कृषि मंत्री कार्य करते हैं। यह दुनिया में कृषि अनुसंधान और शिक्षा संस्थानों का सबसे बड़ा नेटवर्क है।
ये देखें –