प्राकृतिक खेती पर होगी चर्चा, शामिल होंगे 12 राज्यों से 500 प्रतिनिधि

प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 19 जुलाई को एक बड़ा आयोजन होने वाला है। आयोजन में 12 राज्यों से प्राकृतिक खेती से जुड़े किसान, वैज्ञानिक, एफ़पीओ, विभागी अधिकारी और संबंधित मंत्री समेत 500 प्रतिनिधि शामिल होंगे।आयोजन की अध्यक्षता गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत करेंगे।



सरकार जन-जीवन के स्वास्थ्य और पर्यावरण पर रसायनिक खेती के दुष्प्रभाव को देखते हुए किसानों को प्राकृतिक खेती की तरफ़ ले जाने की कोशिश कर रही है।इसी क्रम में 19 जुलाई को राजधानी लखनऊ के सेंट्रम होटल में प्राकृतिक खेती पर चर्चा होनी है जिसमें देश के 12 राज्यों से 500 प्रतिनिधि भाग लेंगे। ये सभी जानकारी प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मंगलवार, 10 जुलाई को लोकभवन में पत्रकारों से बात कर बताया ।




आयोजन में कौन कौन शामिल होगा 

1.कृषि मंत्री ने बताया कि कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, बिहार, झारखंड, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख व चंडीगढ़ की भागीदारी रहेगी। 

2.उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में राज्य सरकारों व केंद्र शासित प्रदेशों के संबंधित अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। 

3.कुल 15 कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति व डीन रहेंगे।

4.180 कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक, 

5.और 12 राज्यों के प्राकृतिक खेती करने वाले किसान जुटेंगे। 
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अयोध्या में भी होगा प्राकृतिक खेती कार्यशाला
कृषि मंत्री ने बताया कि 20 जुलाई को प्राकृतिक खेती से संबंधित एक आयोजन आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, अयोध्या में होगा। इसमें पूरे प्रदेश से खासकर अयोध्या कृषि विश्वविद्यालय से संबंधित 25 कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक, प्राकृतिक खेती के नोडल अधिकारी, विश्वविद्यालयों के कुलपति, डीन व प्राकृतिक खेती से संबंधित करीब 250 किसान शामिल होंगे। 



श्री अन्न योजना का बांदा में कार्यक्रम 

उन्होंने बताया कि श्री अन्न योजना को बढ़ावा देने के लिए 26 जुलाई को बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में कार्यशाला आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक, संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ, श्री अन्न की खेती करने वाले किसान, एफपीओ, प्रोसेसर्स भी शामिल होंगे। यहां श्री अन्न के प्रसंस्करण व पैकेजिंग के बारे में भी बताया जाएगा।



इन कृषि विश्वविद्यालयों में बनेंगे लैब
कृषि मंत्री ने बताया कि झांसी और बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में प्राकृतिक खेती से संबंधित एनएबीएल स्टैंडर्ड लैब बनाई जानी है। इसके लिए धनराशि की स्वीकृति भी दे दी गई है।यह लैब इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के अनुसार बनेंगे।
इन लैब में प्राकृतिक खेती की टेस्टिंग से संबंधित काम होंगे। उन्होंने बताया कि इनका संचालन शुरू होने से प्राकृतिक खेती से संबंधित व्यवहारिक कठिनाइयाँ दूर होंगी। 



दाल 100 रुपए से ज़्यादा कहीं नहीं -कृषि मंत्री 

इसी प्रेस वार्ता में मंत्री से पूछा गया कि दलहन उत्पादन में वृद्धि हो रही है तो बाज़ार में डाल का भाव क्या है? 
इसके जवाब में उन्होंने कहा कि दाल 100 रुपए से ज़्यादा कहीं नहीं है।
पत्रकारों ने पूछा 100 रुपए दाल कहाँ मिल रही है? इस बात के जवाब में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही हँसने लगे।फिर बताया कि दलहन और तिलहन के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये काम किया जा रहा है।अब दलहन का उत्पादन 23.94 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 32.53 लाख मीट्रिक टन हो गया है। आगे उन्होंने बताया कि राज्य में ख़रीफ़ में 34.57 लाख हेक्टेयर में फसलें उगाई गयी हैं।

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