लखनऊ (उत्तर प्रदेश)।कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने वर्ष 2023-24 के लिए प्रमुख कृषि फसलों का तीसरा अग्रिम अनुमान जारी कर दिया है। पिछले कृषि वर्ष से, जायद के मौसम को रबी मौसम से अलग कर दिया गया है और इसे तीसरे अग्रिम अनुमान में शामिल किया गया है। इसलिए, क्षेत्रफल, उत्पादन और उपज के इस तीसरे अग्रिम अनुमान में खरीफ, रबी एवं जायद मौसम शामिल हैं।
यह अनुमान मुख्य रूप से राज्य कृषि सांख्यिकी प्राधिकरणों (एसएएसए) से प्राप्त जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। प्राप्त आंकड़ों को रिमोट सेंसिंग, साप्ताहिक फसल मौसम निगरानी समूह और अन्य एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के साथ सत्यापित किया गया है। इसके अलावा अनुमान तैयार करते समय जलवायु परिस्थितियों, पिछले रुझानों, कीमतों में उतार-चढ़ाव, मंडी आवक आदि पर भी विचार किया गयाहै।
विभिन्न फसलों के उत्पादन का विवरण इस प्रकार है:
- कुल खाद्यान्न- 3288.52 लाख मीट्रिक टन
- चावल -1367.00 लाख मीट्रिक टन
- गेहूँ – 1129.25 लाख मीट्रिक टन
- मक्का – 356.73 लाख मीट्रिक टन
- श्री अन्न – 174.08 लाख मीट्रिक टन
- अरहर – 33.85 लाख मीट्रिक टन
- चना – 115.76 लाख मीट्रिक टन
- कुल तिलहन – 395.93 लाख मीट्रिक टन
- सोयाबीन – 130.54 लाख मीट्रिक टन
- रेपसीड और सरसों – 131.61 लाख मीट्रिक टन
- गन्ना – 4425.22 लाख मीट्रिक टन
- कपास – 325.22 लाख गांठ (170 किलोग्राम प्रत्येक)
- जूट – 92.59 लाख गांठ (180 किलोग्राम प्रत्येक)
कुल खाद्यान्न उत्पादन 3288.52 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो 10 लाख मीट्रिक टन है 2022-23 के खाद्यान्न उत्पादन से थोड़ा कम है, जबकि पिछले 5 वर्षों (2018-19 से 2022-23) के औसत खाद्यान्न उत्पादन 3077.52 LMT से 211.00 LMT अधिक है। 2022-23 में 1357.55 LMT की तुलना में कुल चावल उत्पादन 1367.00 LMT होने का अनुमान है, जो 9.45 LMT की बढ़ोतरी दिखाता है। गेहूं का उत्पादन 1129.25 LMT होने का अनुमान है जो पिछले वर्ष के गेहूं उत्पादन से 23.71 LMT अधिक है।
मोटे अनाज और मसूर दाल में उत्पादन में बढ़ोतरी
श्री अन्न का उत्पादन 174.08 LMT होने का अनुमान है जो 2022-23 के उत्पादन से 0.87 LMT की मामूली वृद्धि दर्शाता है। इसके अलावा, पोषक/मोटे अनाजों का उत्पादन 547.34 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है जो औसत पोषक/मोटे अनाज उत्पादन से 46.24 लाख मीट्रिक टन अधिक है। रहर का उत्पादन 33.85 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है जो पिछले वर्ष के 33.12 लाख मीट्रिक टन उत्पादन से 0.73 लाख मीट्रिक टन अधिक है। मसूर का उत्पादन 17.54 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के 15.59 लाख मीट्रिक टन उत्पादन से 1.95 लाख मीट्रिक टन अधिक है।
सोयाबीन का उत्पादन 130.54 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जबकि रेपसीड और सरसों का उत्पादन 131.61 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के उत्पादन से 5.18 लाख मीट्रिक टन अधिक है। कपास का उत्पादन 325.22 लाख गांठ (प्रत्येक 170 किलोग्राम) अनुमानित है, जबकि गन्ने का उत्पादन 4425.22 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है।
खरीफ फसल के उत्पादन अनुमान तैयार करते समय फसल कटाई प्रयोग (सीसीई) आधारित उपज पर विचार किया गया है। इसके अलावा, फसल कटाई प्रयोगों (सीसीई) के रिकॉर्ड की प्रक्रिया को डिजिटल जनरल क्रॉप एस्टीमेशन सर्वे (डीजीसीईएस) लागू कर पुनर्निर्मित किया गया है, जिसे रबी मौसम के दौरान 16 राज्यों में शुरु किया गया था। डीजीसीईएस के तहत प्राप्त उपज परिणामों का उपयोग मुख्यत: रबी फसल उत्पादन पर पहुंचने के लिए किया गया है। इसके अलावा, जायद फसलों का उत्पादन अनुमान पिछले 3 वर्षों की औसत उपज पर आधारित है।