खेती-किसानी और ग्रामीण भारत से जुड़ी दिनभर की ज़रूरी खबरें

* तेलंगाना के किसानों के लिये ख़ुशख़बरी, CM रेड्डी ने किसानों के लोन माफ़ी का दिए निर्देश
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने किसानों से किए गये वादे के मुताबिक़ 15 अगस्त तक किसानों का कर्ज माफ करने का फैसला किया है और उन्होंने अधिकारियों को कर्ज माफी योजना को लागू करने के लिए जरूरी इंतजाम करने को भी कहा है। इसे लेकर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों और मंत्रियों के साथ बैठक की जिस्म ऋण माफी योजना के तहत इस साल 15 अगस्त तक राज्य के दो लाख किसानों का ऋण माफ करने का आदेश दिया।ऋण माफी के अलावा इस बैठक में राज्य में धान खरीद को लेकर भी चर्चा की गई।


* भारत की वर्ष 2024-25 में कैसी होगी चावल निर्यात की स्थिति
वर्ष 2024-25 की अवधि में वैश्विक चावल निर्यात में भारत अपने रिकॉर्ड उत्पादन और मजबूत स्टॉक के दम पर सबसे बड़ा चावल निर्यातक बना रहेगा।अमेरिकी कृषि विभाग(USDA) के अनुमान के अनुसार भारत का चावल निर्यात 180 लाख टन तक पहुंच सकता है।यह पिछले वर्ष की तुलना में 15 लाख टन की वृद्धि दर्शाता है, जिससे वैश्विक चावल व्यापार में भारत की हिस्सेदारी एक तिहाई से अधिक हो गई है।
भारत में साल-दर-साल उत्पादन में सबसे महत्वपूर्ण वृद्धि देखी जा रही है, जो इस वैश्विक उछाल में महत्वपूर्ण योगदान देगा। चीन द्वारा अपने चावल उत्पादन को बढ़ावा देने का भी अनुमान लगाया गया है, दोनों देश मिलकर दुनिया के आधे से अधिक चावल का उत्पादन करते हैं।
इंडोनेशिया, बर्मा, पाकिस्तान और बांग्लादेश सहित अन्य प्रमुख चावल उत्पादक देशों में भी अच्छी फसल का अनुमान है, जिससे वैश्विक उत्पादन वृद्धि को बल मिलेगा।


* दाल और प्याज की सरकारी खरीद के लिए एडवांस रजिस्ट्रेशन शुरू, किसान उठा सकते हैं फायदा
सरकार की तरफ से प्याज़ और दालों की खेती करने वाले किसानों को गुड न्‍यूज दी गई है। सरकार ने खरीफ फसलों यानी प्याज, तुअर और उड़द दाल की खरीद के लिए किसानों का एडवांस रजिस्‍ट्रेशन शुरू कर दिया है। इस कदम का मकसद बफर स्टॉक बनाना और कीमतों में तेज गिरावट आने पर बाजार हस्तक्षेप कार्यक्रम शुरू करना है।
एडवांस रजिस्‍ट्रेशन का फायदा
अंग्रेजी अखबार फाइनेंशियल एक्‍सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि किसानों की सहकारी संस्था NAFED और भारतीय राष्‍ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (NCCF) जैसी एजेंसियों ने खरीफ फसलों की बुवाई से पहले रजिस्‍ट्रेशन का अनुरोध किया है। इन एजेंसियों ने किसानों से उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के पोर्टल पर रजिस्‍ट्रेशन कराने को कहा है। ये वो फसलें हैं जिनकी बुवाई अगले महीने शुरू होने की उम्मीद है। अधिकारियों की मानें तो किसानों के एडवांस रजिस्‍ट्रेशन की मदद से विभाग फसल के आकार का आकलन कर सकता है. इससे एजेंसियों को प्याज और दालों जैसी वस्तुओं के स्‍टोरेज और डिस्‍पोजेबल सिस्‍टम (निपटान तंत्र) जैसे लॉजिस्टिक्‍स अरेंजमेंट्स करने में मदद मिल सकेगी।

* टॉप भारतीय मसाला ब्रांड MDH और EVEREST की क्वालिटी पर एक के बाद एक देश उठा रहें हैं सवाल
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, हांगकांग के बाद अब न्यूजीलैंड ने भी भारत के प्रमुख मसाल ब्रांड्स एमडीएच और एवरेस्ट की क्वालिटी पर सवाल खड़े किए हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूजीलैंड के खाद्य सुरक्षा नियामक ने बुधवार को कहा कि वह अन्य देशों में जांच का सामना करने के बाद टॉप भारतीय ब्रांडों एमडीएच और एवरेस्ट के मसाला उत्पादों में संभावित रसायनों के मिलावट की जांच कर रहा है।
भारत के खाद्य सुरक्षा नियामक (FSSAI) ने एमडीएच और एवरेस्ट प्लांटों का निरीक्षण किया है और ग्लोबल जांच के बाद नमूने ट्रायल के लिए भेजे हैं, हालांकि परिणाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।

और अब किसानों से लिए सबसे उपयोगी मौसम की जानाकरी

* देश भर में कहीं भीषण गर्मी तो कहीं होगी बारिश
देशभर में इस वक्त गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखा रही है।दिल्ली- एनसीआर में लू का कहर देखने को मिल रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD)का कहना है कि आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ सकती है. वहीं गुजरात, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में। बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।

और आखिर में न्यूज पोटली की ज्ञान पोटली

* गर्मी के मौसम में कैसे करें पशुओं की देखभाल
गर्मी के मौसम में अक्सर ऐसा देखा जाता है कि पशुपालकों को सही जानकारी न होने के कारण इस भीषण गर्मी और लू में पशुओं का स्वास्थ्य ख़राब हो जाता है।इस मौसम में कैसे करें पशुओं की देख-भाल ।
पशुओं में लू लगने के लक्षण –
लू लगने पर पशु सही ढंग खाना नहीं खाते हैं.
लू लगने पर दुधारू पशुओं के दूध उत्पादन में कमी.
नाक से खून आना और दस्त लगना लू लगने के लक्षण हैं
पशुओं के आंख और नाक लाल होने लगते हैं और दिल की धड़कन तेज हो जाती.
लू लगने पर पशु गहरी सांस लेता है और हांफने लगता है.
अंतिम अवस्था में जीभ का मुंह से बाहर आना, सांस लेना कमजोर हो जाता है.
पशु बहुत अधिक लार टपकाते है और मुंह के चारों ओर झाग दिखाई देता है.
पशुओं में बेचैनी दिखाता है, छाया की तलाश करता है और बैठता नहीं है1
लू लगने से पशुओं को कैसे बचाएँ –
डेयरी का निर्माण इस प्रकार करें कि उसमें सभी पशुओं के लिए पर्याप्त जगह हो ताकि हवा आने-जाने के लिए जगह हो.
पशुओं को सीधी धूप और गर्मी से बचाने के लिए पशुशाला के दरवाजे पर खस या जूट की बोरी का पर्दा लगाना चाहिए.
मवेशियों को गर्मी से बचाने के लिए पशुपालक पशु आवास में पंखे, कूलर और स्प्रिंकलर सिस्टम लगा सकते हैं.
छायादार पेड़ों से पशुशाला के तापमान को कम किया जा सकता है.
गर्मी के मौसम में पशुओं को छायादार स्थान पर बांधना चाहिए. दिन में इन्हें अंदर ही बांध कर रखें.
स्वच्छ, ताजा पानी पर्याप्त मात्रा में हमेशा पशुओं के लिए रखें. पीने का पानी छाया में रखना चाहिए ताकि वो ठंडा रहे.

  1. * ↩︎

खेती किसानी की रोचक जानकारी और जरुरी मुद्दों, नई तकनीक, नई मशीनों की जानकारी के लिए देखते रहिए न्यूज पोटली

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