19 मार्च को चंडीगढ़ में सरकार और किसानों के साथ हुई बैठक के बाद पंजाब पुलिस ने कई किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया था, जिसमें जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर जैसे नेता भी शामिल हैं. उसी दिन पंजाब पुलिस ने पिछले क़रीब एक साल से एमएसपी सहित विभिन्न मांगों को लेकर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों को हटा दिया था. समाचार एजेंसी ANI से बात कर पंजाब पुलिस के सुखचैन सिंह गिल ने कहा है कि 19 मार्च से अब तक 1400 के क़रीब किसानों को हिरासत में लिया गया था, जिनमें से 800 किसानों को रिहा कर दिया गया है और 450 किसानों को आज रिहा किया जाएगा.
सुखचैन सिंह गिल ने कहा है कि पंजाब सरकार ने महिलाओं, 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और मेडिकल समस्याओं वाले लोगों को रिहा करने का फैसला किया है. आज करीब 450 किसानों को रिहा किया जाएगा. किसानों के सामान चोरी होने के मामलों पर पंजाब सरकार ने सख्त रुख अपनाया है. आईजी ने कहा कि अब तक तीन एफ़आईआर दर्ज की गई हैं. एसपी जसबीर सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. किसान 9071300002 पर कॉल करके चोरी हुए सामान की शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
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संयुक्त किसान मोर्चा 28 मार्च को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेगा
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के डिटेन केस में हाईकोर्ट में आज सुनवाई हुई जिसमें कहा गया कि जगजीत सिंह को उनके पारिवारिक सदस्य मिल सकते हैं. वहीं एसएसपी नानक की ओर से एक एफिडेविट लगाया गया जिसमें उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर उनकी सेहत को लेकर उन्हें अस्पताल में रखा गया है. उन पर किसी भी प्रकार का कोई भी मामला दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. इस मामले में अगली सुनवाई 26 तारीख को होगी.
वहीं दूसरी ओर किसानों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) 28 मार्च को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेगा. किसान संगठन एसकेएम ने रविवार को एक बयान में कहा है कि एसकेएम की राष्ट्रीय समन्वय समिति पूरे भारत के किसानों से आह्वान करती है कि वे पंजाब में किसानों के विरोध प्रदर्शन पर पुलिस दमन के खिलाफ 28 मार्च को पूरे भारत के जिलों में विरोध प्रदर्शन करें.
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