राजस्थान सरकार किसानों को ‘सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन योजना’ के तहत सब्सिडी दे रही है. इससे किसानों पर आर्थिक भार कम पड़ेगा और खेती के काम आसान हो जाएंगे साथ ही किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी.
राजस्थान में खेती-किसानी में किसान बुआई, जुताई और बिजाई जैसे मेहनत वाले कामों को आसान बनाने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ‘सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन योजना’ के तहत राज्य के किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों पर सब्सिडी देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री की इस सौगात के बाद किसानों पर आर्थिक भार कम पड़ेगा और कृषि कार्य आसान हो जाएंगे साथ ही किसानों की इनकम में भी वृद्धि होगी। योजना के तहत राज्य में लगभग 66 हजार किसानों को 200 करोड़ रुपये का अनुदान दिये जाने की बात कही गई है. इसके लिए किसान 13 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
एक जन आधार पर एक आवेदन
एक किसान को एक प्रकार के कृषि यंत्र पर तीन साल की कालावधि में केवल एक बार ही सब्सिडी दी जाएगी. यानी किसानों को वित्तीय वर्ष में एक ही कृषि यंत्र पर सब्सिडी दी जाएगी. प्रशासनिक मंजूरी जारी करने से पहले खरीदे गए पुराने कृषि यंत्रों पर सब्सिडी नहीं मिलेगी. वहीं, एक जन आधार पर एक ही आवेदन स्वीकार होगा.
50 फीसदी मिलेगी सब्सिडी
कृषि यंत्रों पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, लघु, सीमान्त एवं महिला किसानों को ट्रैक्टर की बीएचपी के आधार पर लागत का अधिकतम 50% तक और अन्य श्रेणी के किसानों को लागत का अधिकतम 40% तक अनुदान दिया जाएगा. लघु और सीमान्त श्रेणी के किसानों को ऑनलाइन आवेदन से पहले जन आधार (Jan Aadhaar) में लघु और सीमान्त श्रेणी जुड़वाना जरूरी है.
इन कृषि यंत्रों पर मिलेगी सब्सिडी
किसानों को राज्य में प्रचलित ट्रैक्टर संचालित सभी प्रकार के कृषि यंत्र जैसे रोटावेटर, थ्रेसर, कल्टीवेटर, बंडफार्मर, रीपर, सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, डिस्क हेरो, प्लॉउ आदि यंत्रों पर सब्सिडी पर दी जाएगी. कृषि यंत्रों को रजिस्टर्ड फर्म से खरीदने के बाद सब्सिडी किसान के जनाधार से जुड़े बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाएगा.
कब और कैसे करें आवेदन?
राजस्थान के जो किसान इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, वो राजस्थान किसान साथी पोर्टल पर ई-मित्र के माध्यम से जनाधार कार्ड, जमाबंदी की नकल, कृषि यंत्र का कोटेशन आदि दस्तावेजों की सहायता से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. वहीं, किसान 13 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।