मिलेट्स को मुनाफे की फसल बनाने की तैयारी

मिलेट्स को मुनाफे की फसल बनाने की तैयारी, कृषि मंत्री चौहान ने वैज्ञानिकों से की अपील

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मिलेट्स (श्री अन्न) को लाभदायक फसल बनाना जरूरी है ताकि किसान इसकी ओर बढ़ें। ओडिशा ने मिलेट्स उत्पादन में अच्छा काम किया है और अब बाकी राज्यों को भी इससे सीखना चाहिए। राज्य किसानों को ₹26,500 प्रति हेक्टेयर सब्सिडी दे रहा है। चौहान ने महिला किसानों को मिलेट्स प्रोसेसिंग से जोड़ने और एमएसपी पर खरीद बढ़ाने पर जोर दिया।

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खेती-किसानी

8.6% से 17.7% तक का सफर, यूपी की खेती-किसानी ने रचा नया इतिहास

उत्तर प्रदेश ने खेती-किसानी में बड़ी प्रगति की है। राज्य की कृषि विकास दर 8.6% से बढ़कर 17.7% हो गई है। सरकार की योजनाओं, सिंचाई सुविधाओं और तकनीकी खेती के कारण गेहूं, चावल, गन्ना, तिलहन और दलहन का उत्पादन बढ़ा है। यूपी अब गेहूं, गन्ना और दूध उत्पादन में देश में नंबर वन है, जबकि इथेनॉल उत्पादन में 42.27% योगदान के साथ सबसे आगे है। सरकार का अगला लक्ष्य 2027 तक किसानों की आय दोगुनी करना और प्रदेश को कृषि आत्मनिर्भर राज्य बनाना है।

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हरियाणा

हरियाणा में बागवानी को बढ़ावा, किसानों को मिलेगी 1.40 लाख तक सब्सिडी

हरियाणा सरकार किसानों को फल, सब्जी, फूल, मसाले और सुगंधित पौधों की खेती के लिए सब्सिडी दे रही है।योजना के तहत ₹8,000 से ₹1.40 लाख प्रति एकड़ तक सहायता मिलेगी, जो सीधे किसानों के बैंक खाते में जाएगी।किसान अधिकतम 5 एकड़ तक सब्सिडी ले सकते हैं और आवेदन ‘मेरी फसल–मेरा ब्यौरा’ व Hortnet पोर्टल पर कर सकते हैं।

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लो टनल तकनीक

लो टनल तकनीक से अब ऑफ-सीजन सब्जियों की होगी भरपूर पैदावार

लो टनल तकनीक ठंड के मौसम में सब्जियों की जल्दी और ज्यादा पैदावार के लिए बेहद उपयोगी है। इसमें पौधों को पारदर्शी प्लास्टिक शीट से ढक दिया जाता है, जिससे ठंड और पाले से बचाव होता है। इस तकनीक से फसल 30–40 दिन पहले तैयार हो जाती है और ऑफ-सीजन में ऊँचे दाम पर बिकती…

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एक बीघे से लाखों की कमाई

एक बीघे से लाखों की कमाई, जानिए मिर्च किसान छोटेलाल की कहानी

मिर्जापुर के किसान छोटेलाल सिंह ने मिर्च की खेती से अपनी जिंदगी बदल दी। वो बताते हैं कि सही जुताई, अच्छी खाद, गुणवत्तापूर्ण बीज, मल्चिंग और ड्रिप सिस्टम से फसल बेहतर होती है और लागत घटती है। एक बीघे में करीब ₹75,000 खर्च आता है, लेकिन मार्केट सही मिले तो ₹5–6 लाख तक का मुनाफा हो सकता है।

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कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान बोले किसानों को मिलेगा फसल नुकसान का पूरा मुआवजा, आय बढ़ाने के नए रास्ते बताए

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीड में किसानों को भरोसा दिलाया कि बारिश से हुए फसल नुकसान का मुआवजा जल्द मिलेगा। उन्होंने फसल विविधता, प्रोसेसिंग, और इंटीग्रेटेड फार्मिंग अपनाने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि सरकार उर्वरक सब्सिडी सीधे किसानों के खाते में भेजने पर विचार कर रही है।

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कर्नाटक सरकार

गन्ना किसानों को बड़ी राहत, कर्नाटक सरकार ने बढ़ाया गन्ने का दाम

कर्नाटक में गन्ना किसानों के आंदोलन के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गन्ने का खरीद मूल्य बढ़ाकर ₹3,300 प्रति टन कर दिया है। किसानों ने ₹3,500 की मांग की थी, लेकिन सरकार के इस फैसले से उन्हें आंशिक राहत मिली है। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर 2019 से अब तक गन्ने का MSP और इथेनॉल दरें न बढ़ाने का आरोप लगाया।

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गन्ना विकास विभाग तैयार करेगा 46 लाख बड पौध

यूपी: गन्ना विकास विभाग तैयार करेगा 46 लाख बड पौध, 3.20 लाख हेक्टेयर में होगी गन्ने की बुवाई

उत्तर प्रदेश गन्ना विकास विभाग ने शरदकालीन बुवाई के लिए 3.20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ना लगाने और 46.1 लाख बड पौध तैयार करने का लक्ष्य रखा है। विभाग नई किस्मों को.लख. 16202 और को.शा. 18231 को बढ़ावा देगा। किसानों को स्वस्थ और रोग-मुक्त बीज गन्ना उपलब्ध कराया जाएगा। यह पहल गन्ने की पैदावार और गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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ICAR का ‘शटपदा टर्मिनेटर'

दलहनी फसलों के लिए नई ढाल, ICAR का ‘शटपदा टर्मिनेटर’

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने “शटपदा टर्मिनेटर” नाम का एक नया ईको-फ्रेंडली बायोपेस्टिसाइड विकसित किया है, जो Helicoverpa armigera जैसे कीटों से चना, अरहर और अन्य दलहनी फसलों की रक्षा करता है। यह Bacillus thuringiensis var. kurstaki से बना है, इसलिए पर्यावरण के लिए सुरक्षित है। दलहनी फसलों को कीटों से बचाने के लिए…

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ICAR-DRMR, भरतपुर

अब देर से बुवाई में भी मिलेगी अच्छी सरसों की फसल, जानिए नई किस्म ‘BPM-11’ के फायदे

ICAR-DRMR, भरतपुर ने सरसों की नई किस्म ‘BPM-11’ विकसित की है, जो देर से बोई जाने वाली सिंचित भूमि में भी 18.59 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज देती है।यह किस्म 123 दिन में पकती है, इसमें 37.8% तेल होता है और यह White rust, Alternaria blight, Downy mildew जैसी बीमारियों से सुरक्षित रहती है।

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