कंटोला

कंटोला की खेती कब और कैसे करें? जानिए किसान से….

औषधीय गुणों से भरपूर ककोड़ा जिसे कंटोला या जंगली करेला भी कहा जाता है। इसकी सब्जी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। मानसून के मौसम में आप इस सब्जी को अपनी डाइट का हिस्सा जरूर बनाएं। पोषक तत्वों से भरपूर यह सब्जी आपको कई बीमारियों से बचाती है। इसमें फाइबर विटामिन बी6 आदि न्यूट्रिएंट्स पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। ये तो हुए इसे खाने के फायदे लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी खेती से भी अच्छी कमाई होती है क्योंकि इसकी खेती बहुत कम किसान करते हैं। उन्हीं किसानों में से एक हैं मैनपुर के किसान ओमवीर सिंह।

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IARI

धान की नर्सरी तैयार करने का उन्नत तरीका क्या है? IARI ने जारी की एडवाइजरी

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान यानी IARI ने किसानों के लिए मौसम आधारित कृषि सलाह जारी की है। एडवाइजरी में धान की नर्सरी तैयार करने से लेकर धान की उन्नत किस्मों के अलावा दलहनी फसलों की बुवाई का के बारे में भी बात कही है। कृषि वैज्ञानिकों ने मौसम को देखते किसानों को धान की नर्सरी तैयारी करने की सलाह दी है। एक हैक्टेयर में धान की रोपाई के लिए किसानों को लगभग 800 से 1000 वर्ग मीटर में पौध तैयार करनी चाहिए। नर्सरी के लिए खेत में 1.25 से 1.5 मीटर चौडी क्यारियां बनाएं। 

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IFFCO

IFFCO की सफाई…छापेमारी के दौरान मिला कोई भी उत्पाद हमारा नहीं, किसान भरोसा रखें

भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (IFFCO) ने हाल ही में राजस्थान के किशनगढ़ में नकली खाद और कीटनाशक फैक्ट्रियों पर हुई छापेमारी के बाद सफाई दी है. इफको ने कहा कि उनके उत्पादों को लेकर फैलाई जा रही भ्रामक खबरें बिल्कुल गलत हैं और उनके किसी भी खाद को नकली फैक्ट्रियों में नहीं पाया गया है.

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जलवायु अनुकूल नई किस्में

जलवायु अनुकूल नई किस्में विकसित करने की जरूरत: कृषि मंत्री चौहान

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान अभियान के छठे दिन महाराष्ट्र के पुणे स्थित, नारायणगांव, कृषि विज्ञान केंद्र से ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ को आगे बढ़ाते हुए, किसानों से संवाद किया। किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब-तक कृषि मंत्री, कृषि विभाग व वैज्ञानिक खेतों तक नहीं पहुंचेंगे, खेती को सही दिशा नहीं मिल सकती। व्यावहारिक समस्याओं को समझे बिना मात्र कागज पर योजनाएं बनाने का कोई अर्थ नहीं है।

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हरियाणा

हरियाणा में 7280 रुपए प्रति क्विंटल MSP पर शुरू हो चुकी है सूरजमुखी की सरकारी खरीद, 30 जून अंतिम तारीख

हरियाणा में सूरजमुखी की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है. राज्य के 17 सरकारी मंडियों में इसकी खरीद की जा रही है. अभी 30 जून तक चलेगी. आपको बता दें कि राज्य में वर्तमान में सूरजमुखी का बाजार भाव 6400-6500 रुपये प्रति क्विंटल है. जबकि सरकार द्वारा इसके लिए न्यूनतम मूल्य 7280 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है. 

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बिहार सरकार

बिहार सरकार की इस योजना के तहत आप बेकार पड़ी जमीन पर कर सकते हैं मछली पालन, 70 प्रतिशत की सब्सिडी भी मिलेगी

अक्सर आपने देखा होगा कि गाँवों में जमीनें बंजर पड़ी रहती है. इस बंजर और बेकार पड़ी जमीन के इस्तेमाल के लिए बिहार सरकार ने कुछ सोचा है. प्रदेश सरकार ने राज्य में बंजर पड़ी जमीन का सही इस्तेमाल करने का फैसला लिया है, जिससे उस जमीन से जुड़े लोगों को आर्थिक लाभ मिले. बिहार सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ‘मुख्यमंत्री चौर विकास योजना’ (Mukhyamantri Chaur Vikas Yojana) की शुरुआत की है.  इस योजना तहत राज्य सरकार किसानों को बेकार पड़ी बंजर जमीन पर मछली पालन के लिए अनुदान पर तालाब बनाने का मौका दे रही है.

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सहकारिता मंत्री

FCI, NCCF, NAFED और राज्य वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन PACS को अधिक से अधिक गोदामों के साथ जोड़ें- सहकारिता मंत्री

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में नई दिल्ली स्थित सहकारिता मंत्रालय में सहकारिता क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। उन्होंने अन्न भंडारण योजना में PACS की व्यापक भागीदारी पर बात करते हुए कहा कि यह जरूरी है कि PACS को इस योजना का अभिन्न हिस्सा बनाया जाए ताकि PACS की वित्तीय व्यवहार्यता और सामाजिक प्रभावशीलता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने FCI, NCCF, NAFED और राज्य वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशनों को PACS को अधिक से अधिक गोदामों से जोड़ने के लिए ठोस दिशा-निर्देश दिए।

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एथनॉल की खरीद

चीनी उद्योग ने एथनॉल की खरीद कीमतों में संशोधन की मांग की, जानिए क्या है वजह?

चीनी उद्योग ने इथेनॉल खरीद मूल्यों में संशोधन और मिश्रण लक्ष्य को 20% से आगे बढ़ाने की मांग की है, क्योंकि राष्ट्रीय इथेनॉल कार्यक्रम में इस क्षेत्र का योगदान 73% से घटकर केवल 28% रह गया है। इस गिरावट का मुख्य कारण यह है कि गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य या एफआरपी में वृद्धि के अनुरूप इथेनॉल खरीद मूल्यों में वृद्धि नहीं की गई है, जिससे चीनी मिलों के लिए इथेनॉल उत्पादन कम लाभदायक हो गया है। आपको बता दें कि इस वर्ष 40 लाख टन तक चीनी को इथेनॉल में परिवर्तित करने की संभावना है, परन्तु केवल 32 लाख टन चीनी ही इथेनॉल में परिवर्तित होने की उम्मीद है।

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लीची

लीची की पैदावार 48 घंटे में खराब ना हो, इसके लिए ठोस शोध और प्रयास होंगे– कृषि मंत्री चौहान

‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ को लेकर देशभर के किसानों में उत्साह जारी है। इसी कड़ी में आज केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ओडिशा, जम्मू, हरियाणा, उत्तर-प्रदेश के किसानों से मिलने के बाद आज अभियान के पांचवें दिन बिहार, पूर्वी चम्पारण के पीपराकोठी में किसानों से संवाद किया।

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खरीफ प्याज

खरीफ प्याज की खेती के लिए लागत पर 75 प्रतिशत अनुदान दे रही है बिहार सरकार, इन जिलों के किसान कर सकते हैं आवेदन

बिहार सरकार किसानों की आय, कृषि उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने के लिए प्रयासरत है. इसी क्रम में चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में राज्य में प्याज क्षेत्र विस्तार योजना शुरू की गई है. योजना के तहत प्याज की खेती के लिए 2,02,12,500 रुपये की मंजूरी दी गई है. यह योजना राज्य के इन 18 जिलों में लागू होगी. यहाँ के किसान खरीफ सीजन में प्याज की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

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