UP Farm ID: खेत में कौन सी फसल होगी अच्‍छी, क्‍या है उसकी कमजोरी, क‍िसानों को घर बैठे म‍िलेगी हर जानकारी

लखनऊ। अब खेतों की भी अपनी एक पहचान होगी। क‍िस खेत में कब क्‍या लग रहा, क‍ितनी पैदावार हो रही, मौसम का क‍ितना असर पड़ रहा, यह सब जांचा, परखा जा सकेगा, इनका र‍िकॉर्ड रखा जा सकेगा। और यह सब उत्तर प्रदेश सरकार नई तकनीकी की मदद से करने जा रही है। योगी सरकार स्वामित्व…

पूरी र‍िपोर्ट

International Potato Day 2024: आलू आम भी और ख़ास भी, जाने क्यों

आलू एक ऐसी सब्ज़ी है जिसे समाज के हर वर्ग के लोग पसंद करते हैं और सस्ता होने की वजह से इसको पाना भी आसान है, इसे पकाना भी आसान है। सब्ज़ी, समोसा  से लेकर फ्रेंच फ्राइज़ तक, आलू का उपयोग कई तरह के व्यंजन बनाने में किया जाता है। दिसंबर 2023 में, महासभा ने…

पूरी र‍िपोर्ट

सीजन के बावजूद इतना महंगा क्‍यों हो रहा लहसुन? जानिए कब कम होगी कीमत

नई दिल्ली/ लखनऊ। बढ़ते तापमान और च‍िलच‍िलाती धूप के बीच लहसुन की बढ़ती कीमतों ने उपभोक्‍ताओं की चिंता बढ़ा दी है। कई राज्यों में लहसुन की खुदाई हो चुकी है जबकि हिमाचल प्रदेश जैसे राज्‍यों में लहसुन की खुदाई चल रही है। सीजन होने के बावजूद इसकी कीमतें कम होने का नाम नहीं ले रही…

पूरी र‍िपोर्ट

मनमोहन सिंह ने अपने पत्र में किसानों के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार को क्या कुछ कहा, इसके साथ ही दिनभर की और महत्वपूर्ण खबरें भी पढ़ें

दिनभर की खेती किसानी से जुड़ी खबरों की न्यूज पोटली में आपका स्वागत है। चलिए देखते हैं आज की पोटली में किसानों के लिए क्या क्या नया है।   1. भारत के भंडार को भरने और कुछ राज्यों में खराब फसल के कारण बढ़ती कीमतों को स्थिर करने के लिए छह साल के बाद सरकार…

पूरी र‍िपोर्ट

हिंदी पत्रकारिता दिवस 2024: आज के ही दिन क्यों मनाते हैं ? महत्व और इतिहास भी जाने

आज यानी 30 मई को हर वर्ष हम हिंदी पत्रकारिता दिवस के रूप में मानते हैं। इसी दिन भारत में हिंदी का पहला अखबार ‘उदन्त मार्तण्ड’ संपादक पंडित जुगल किशोर शुक्ल द्वारा कोलकाता में प्रकाशित किया गया था। लेकिन बाद में आर्थिक तंगी के कारण इस अखबार का प्रकाशन बंद हो गया। लोगों का ऐसा…

पूरी र‍िपोर्ट

भंडार बढ़ाने के लिए छह साल बाद गेहूं आयात के लिये तैयार सरकार

भारत के भंडार को भरने और कुछ राज्यों में खराब फसल के कारण बढ़ती कीमतों को स्थिर करने के लिए छह साल के बाद सरकार गेहूं का आयात फिर से शुरू करने की तैयारी में है। ऐसा माना जा रहा है कि सरकार चुनाव के बाद 40% आयात कर को ख़त्म कर देगी, जिससे निजी…

पूरी र‍िपोर्ट

पोल्ट्री उत्पाद के बढ़ते दाम का heatwave और लोकसभा चुनाव से connection

देश में पोल्ट्री उत्पाद के दाम में उछाल देखने को मिल रहा है, लगातार चल रहे heatwave और आम चुनाव को इसकी  बड़ी वजह माना जा रहा है। रिपोर्ट की माने तो भीषण गर्मी, पानी की कमी और बढ़ते पक्षियों के मृत्यु दर के कारण दक्षिण और पूर्वी भारत में चिकन की क़ीमतों में 25%…

पूरी र‍िपोर्ट

न्यूनतम निर्यात मूल्य(MEP) से भी कम हुई बासमती चावल की निर्यात कीमतें

रिपोर्ट के अनुसार सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम निर्यात मूल्य(MEP) से भी कम हो गयी है बासमती चावल का निर्यात मूल्य जिसका असर वैश्विक खरीदारों और घरेलू कीमतों पर पड़ रहा है। MEP परिवर्तन, बासमती व्यापार प्रतिस्पर्धात्मकता और मूल्य दबाव पर सोचने की ज़रूरत हैं। देश में मानसून और ला नीना के पूर्वानुमान बासमती उत्पादन को…

पूरी र‍िपोर्ट

29 मई: एक महीने में लगभग 15 फीसदी तक चने के दाम में उछाल क्यों, साथ में खेती किसानी से जुड़ी और महत्वपूर्ण खबरें भी जाने

दिनभर की खेती किसानी से जुड़ी खबरों की न्यूज पोटली में आपका स्वागत है। चलिए देखते हैं आज की पोटली में किसानों के लिए क्या क्या नया है। 1.चना के दाम में पिछले करीब एक महीने में लगभग 15 फीसदी तक उछाल देखने को मिल रहा है। जबकि मंडियों में चना की कीमत न्यूनतम समर्थन…

पूरी र‍िपोर्ट

Chaudhary Charan Singh Death Anniversary: जब तक किसानों की स्थिति ठीक नहीं होगी, तब तक देश प्रगति नहीं करेगा” – चौधरी चरण सिंह

चौधरी चरण सिंह भारत के किसान राजनेता एवं पाँचवें (28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक) प्रधानमंत्री थे। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन किसानों के हित में समर्पित कर दिया था। वो हमेशा किसानों को देश के प्रगति से जोड़ते थे और कहते थे कि किसानों को एक नजर हल पर, दूसरी नजर दिल्ली पर…

पूरी र‍िपोर्ट