पक्का थ्रेसिंग फ्लोर क्या है? जिसे बनवाने के लिए 50 हजार रुपये सब्सिडी दे रही है ये राज्य सरकार

पक्का थ्रेसिंग फ्लोर

पक्का थ्रेसिंग फ्लोर मतलब एक साफ-सुथरा और सूखा स्थान, जहाँ फसल की कटाई के बाद अनाज या दूसरे उत्पादों को आसानी से सुखाया जा सके, जिससे अनाज में नमी ना रहे और किसानों का नुकसान ना हो.

किसानों की फसल ही उनकी मेहनत की असली कमाई होती है, जिसके लिए किसान खूब मेहनत करते हैं. लेकिन कई बार किसानों की फसल थ्रेसिंग करने के बाद अच्छी तरह से नहीं सुख पाती जिसकी वजह से उनको नुकसान होता है. किसानों की इन्हीं परेशानियों को देखते हुए बिहार सरकार एक योजना लाई है, जिसके तहत सरकार किसानों को पक्का थ्रेसिंग फ्लोर बनाने पर सब्सिडी दे रही है.  

उद्देश्य क्या है?
पक्का थ्रेसिंग फ्लोर बनाने की योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी उपज सुखाने के लिए साफ-सुथरी जगह मुहैया कराना और गुणवत्ता और बाजार मूल्य को बढ़ाना है. इससे सुखाने की प्रक्रिया के दौरान होने वाला नुकसान कम होगा और किसानों को उपज का उचित दाम मिल सके. इसे बनवाने के लिए अनुमानित लागत 1,26,200 रुपये ताऊ की गई है, जो विभिन्न प्रमंडलो और जिलों में अलग-अलग हो सकता है. ऐसे में सरकार वास्तविक लागत का 50 प्रतिशत यानी अलग-अलग जिले के हिसाब से अधिकतम 50,000 रुपये की सब्सिडी राशि देगी. ये राशि लाभार्थी किसान के बैंक खाते में निर्माण कार्य यानी पक्का थ्रेसिंग फ्लोर पूरी तरह से बन जाने के बाद दिया जाएगा.

ऑनलाइन आवेदन करने की तिथि
इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन करने की 5 जुलाई से लेकर 5 अगस्त 2025 तक है. वहीं, ऑनलाइन लॉटरी का तारीख 8 अगस्त है. इसके अलावा सत्यापन की तारीख 9 जुलाई से 18 जुलाई 2025 तक है. साथ ही अंतिम चयन और करने की तारीख 22 अगस्त 2025 है. ऐसे में किसानों के पास अब इस योजना का लाभ लेने के लिए 1 महीने का समय है. इन तारीखों को ध्यान में रख कर किसान इस योजना का लाभ ले सकते हैं.

ये भी पढ़ें – बेकार खाली पड़ी जमीन से कमायें करोड़ों.. ऐसे शुरू करें मछली पालन, सरकार भी करेगी मदद

कैसे करें आवेदन?
पंजीकरण से लेकर आवेदन सत्यापन और सब्सिडी मिलने की प्रक्रिया को SMS से जोड़ा गया है जिसकी मदद से आवेदक मिलेगा.
इस योजना के लिए पंजीकृत किसान dbtagriculture.bihar.gov.in पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं.
DBT पोर्टल पर (पक्का थ्रेसिंग फ्लोर निर्माण के लिए आवेदन 2025-26) लिंक को Click कर आवेदन किया जा सकेगा.
आवेदन में आवश्यक सूचना और मांगे गए सभी कागजात देने होंगे.
आवेदन के लिए लाभार्थी किसान के नाम से LPC/जमाबंदी/लगान रसीद होना जरूरी होगा
आवेदन के बाद लाभार्थी किसानों का चयन लॉटरी के माध्यम से किया जायेगा.
कोटेवार लक्ष्य के अनुरूप प्रतीक्षा सूची भी तैयार की जाएगी.
चयन के बाद सत्यापन कराया जाएगा. सत्यापन में अयोग्य पाए जाने के स्थिति में प्रतीक्षा सूची से अगले किसान का चयन किया जाएगा.

इस सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए किसान सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं. इसके अलावा किसान अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के कृषि या बागवानी विभाग के कार्यालय में भी संपर्क कर सकते हैं.

ये देखें –

Pooja Rai

पूजा राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से पढ़ाई की है।
Lallantop में Internship करने के बाद NewsPotli के लिए कृषि और ग्रामीण भारत से जुड़ी खबरें लिखती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *